By Ajit Brar
चार धाम तक सड़क, रेल और हवाई परिवहन द्वारा पहुंचा जा सकता है। चार धाम यात्रा का प्रारंभिक बिंदु हरिद्वार है।
चार धाम की यात्रा का सबसे अच्छा समय मई से जून और सितंबर से नवंबर तक है।
"चार धाम" शब्द का अनुवाद "चार निवास" या "चार पवित्र स्थान" है। इन तीर्थस्थलों को परमात्मा का निवास स्थान माना जाता है
यमुनोत्री चार धाम यात्रा का पहला तीर्थस्थल है। देवी यमुना का मंदिर गढ़वाल हिमालय में 3,293 मीटर (10,804 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है।
गंगोत्री चार धाम यात्रा का दूसरा तीर्थ है। गंगा नदी, भारत की सबसे पूजनीय नदियों में से एक, गंगोत्री से निकलती है।
यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण पांडवों ने किया था
बद्रीनाथ चार धाम यात्रा का चौथा और अंतिम तीर्थ है। उत्तराखंड के चमोली जिले के मध्य में